आवश्यक सलाह: बढ़ते तापमान के चलते पशुओं को भीषण गर्मी से बचाने के सुझाव

For Immediate Release:

03 May 2024

Contact:

Hiraj Laljani; [email protected]

Sanskriti Bansore; [email protected]

पटना – मौसम के साथ बढ़ते तापमान के बीच, पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA), इंडिया द्वारा पशुओं की रक्षा हेतु कुछ महत्वपूर्ण सुजाव दिए गए हैं। कृपया इस महत्वपूर्ण जानकारी को अधिक से अधिक लोगों के साथ साझा करें।

  • अपने साथी कुत्ते को घर के अंदर रखें: मनुष्यों के उलट, कुत्ते केवल अपने पैरों के पंजों से ही पसीना निकाल पाते हैं और हाँफकर खुद को ठंडा रखने का प्रयास करते हैं। यह पशु तेज़ गर्मी के कारण मानसिक तनाव एवं ‘ब्रेन डैमेज’ जैसी ख़तरनाक शारीरिक बीमारियों का शिकार हो सकते हैं जिसके चलते उनकी मृत्यु भी हो सकती है।
  • जानवरों को कभी भी बंद गाड़ियों में न छोड़ें: गर्मी के मौसम में कभी भी, कुत्तों को भले ही कुछ देर के लिए भी बंद गाड़ी में नहीं छोड़ना चाहिए फिर चाहे गाड़ी की खिड़की थोड़ी सी खुली ही क्यूँ न हो। ऐसा इसलिए क्योंकि सामान्यतः 21 डिग्री तापमान के बीच, गाड़ी के अंदर का तापमान मात्र 20 मिनट में ख़तरनाक 37 डिग्री तक पहुंच सकता है और 32 डिग्री के बीच यह तापमान 42 डिग्री तक भी पहुँच सकता है। भले ही गाड़ी पर सीधी धूप ना आ रही हो फिर भी गाड़ी में फंसे कुत्ते तेज़ गर्मी के कारण कुछ ही समय में ‘हीटस्ट्रोक’ का शिकार हो सकते हैं।
  • बेघर पशुओं को पानी दें: अपने घर के बाहर या किसी अन्य स्थान पर बेघर या काम करने वाले पशुओं के लिए मिट्टी के बर्तन में ठंडा और साफ पानी रखें। इस प्रकार के मिट्टी के बर्तन सस्ते होते हैं और इनमें पानी ठंडा रहने के साथ-साथ बाहर गिरता भी नहीं है।

 

  • पक्षियों को पानी दें: अपने घर की किसी खिड़की, छज्जे, छत और बगीचे में पक्षियों के लिए पानी ज़रूर रखें और इस पानी को नियमित रूप से बदलते रहें।

 

  • काम करने वाले जानवरों को थोड़ा आराम दें:बैल, खच्चर और गधे जैसे पशुओं से काम लेने वाले मालिकों से अनुरोध करें कि वो पशु को छाया में कुछ देर आराम करवाएँ ख़ासकर तप्ति गर्मी के मौसम में उन पर पानी छिड़कर उन्हें ठंडक पहुंचाएं।

 

  • पशुओं को स्वादिष्ट खाद्य पदार्थ दें: काम करने वाले पशुओं को राहत देने के रूप में फल प्रदान करें।

 

  • हमेशा सतर्क रहें और पशुओं का जीवन बचाएं:अपने आसपास सभी पशुओं का ध्यान रखें। अगर आप किसी पशु को संकट में फंसा देखें तो उसे तुरंत पानी देकर शांत करें और किसी पशु चिकित्सक या पशु संरक्षण संस्थान से संपर्क करें। आवश्यकतानुसार PETA इंडिया की आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम से 9820122602 पर संपर्क करें। जब तक मदद नहीं आ जाती कृपया पशु को अकेला न छोड़ें।

PETA इंडिया की मैनेजर ऑफ वेटरनरी सर्विसेस डॉ. रश्मि गोखले ने कहा, “बढ़ते तापमान के बीच, पशुओं को हीटस्ट्रोक और निर्जलीकरण से बचाना बहुत ज़रूरी है। कुछ बहुत ही सरल एवं दयालु कदम उठाकर, हम अपने पशु मित्रों को गर्मी से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं।“

PETA इंडिया इस सिद्धांत के तहत काम करता है कि “पशु किसी भी तरह से हमारा दुर्व्यवहार सहने के लिए नहीं हैं”। हम जनता से अनुरोध करते हैं कि यदि आपके पास अपने घर में एक पशु साथी का स्वागत करने के लिए प्यार, समय, धैर्य और संसाधन हैं, तो कृपया यह दयालु निर्णय अवश्य लें और किसी सड़क या पशु आश्रय गृह से एक पशु को गोद लेकर नया जीवन दें। अधिक जानकारी के लिए कृपया हमारी वेबसाईट PETAIndia.com पर जाएं और हमें Facebook, InstagramX पर फॉलो करें।

#