केकड़ों को खौलते पानी में उबलता हुआ दिखाकर लोगों से वीगन बनने की अपील
विश्व महासागर दिवस (वर्ल्ड ओशियन डे) से ठीक पहले PETA इंडिया इस प्रदर्शन के द्वारा लोगों से अनुरोध करेगा की वो केकड़ों का मांस खाना छोड़ दें ।
मुंबई- विश्व महासागर दिवस (वर्ल्ड ओशियन डे) से पूर्व PETA इंडिया के 2 समर्थक केकड़ों का रूप धारण कर एक बड़े बर्तन में भोजन की तरह पकते हुए प्रदर्शन कर आते जाते लोगों को संदेश देंगे की “इनके भाग्य के बारे में सोचने की कोशिश करे, वीगन बनें”।
स्थान : होर्नीमन सर्कल गार्डन, फोर्ट, मुंबई
समय : शुक्रवार, 7 जून ठीक दोपहर 12 बजे से
PETA इंडिया की कैम्पेन कोर्डिनेटर आयुषी शर्मा कहती हैं – “इन्सानों की तरह समुद्री जीवों को भी दर्द एवं पीड़ा का अनुभव होता है व उनकी जान भी कीमती होती है, इस विश्व महासागर दिवस पर PETA इंडिया आप सबसे अनुरोध करता है की वीगन बनें एवं इन प्यारे जानवरों को अपने भोजन के लिए खौलते हुए पानी मे उबलने से बचाएं“
केकड़े बेहद समझदार प्राणी होते हैं वह अपने आसपास के माहौल को अच्छी तरह समझते है, अन्य झींगा मछलियों की पहचान रखते हैं व आपस में सामाजिक सम्बंध स्थापित करते हैं। अगर उन्हे छोड़ दिया जाए तो वह 100 वर्ष तक जीवित रह सकते हैं। PETA अमेरिका द्वारा समुद्री जीवों के कत्लखानों पर किए गए एक अध्ययन में बताया गया की कत्लखानों में केकड़ों के पैर तोड़ दिये जाते हैं, उनके शरीर के अंगों को अलग कर दिया जाता है हालांकि तब भी उनमे जान बाकी होती है व उनके पैर हिल रहे होते हैं। शेफ इन जीवित बची झींगा मछलियों को पकने के लिए एक बड़े बर्तन में खौलते हुए पानी में डाल देते हैं, यह एक बेहद क्रूर कृत्य है जिसे हाल ही में स्विट्ज़रलैंड में प्रतिबंधित किया गया है।
PETA इंडिया जो इस सरल सिधान्त के तहत काम करता है कि “जानवर हमारा भोजन बनने के लिए नहीं हैं” प्रजातिवाद का विरोध करता है जो कि इंसान का स्वयं को सर्वश्रेष्ट मानने की विचारधारा का प्रतीक है। अधिक जानकारी के लिए कृपया हमारी वेबसाईट PETAIndia.com. पर जाएँ।
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